Sale!

अनुभूति के शब्द

Original price was: ₹249.00.Current price is: ₹199.00.

प्रस्तुत पुस्तक मेरी विगत 30वर्षों की रचनाधर्मिता का एक प्रतिफल है जो बहुत संकोच के साथ आप सबके समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास है।छात्र जीवन के उत्तरार्द्ध और कालांतर में ग्राम्यविकास में नियुक्ति पाने के उपरांत अपनी साहित्यिक अभिरुचि के क्रम में मुझे लगा कि मैं अपनी भावनाएं कविता/मुक्तक/गीत/गजल के माध्यम से प्रस्तुत कर सकता हूं। मेरी रचनाएं और सृजन का यह प्रयास  मेरे उस तनाव का प्रबंधन भी कहा जा सकता है जो दिनों दिन आज की प्रशासनिक सेवाओं में बढ़ता जा रहा है।मेरी सभी रचनाएं इसी प्रबंधन के प्रयास से ही फलीभूत हुई हैं। यह अलग बात है कि इनकी गुणवत्ता को लेकर प्रारंभ से मेरे मन में बड़ा संदेह और संकोच बना रहा।मुझे सदैव यही लगता रहा कि मेरी रचनाएं मेरी अभिव्यक्ति का उचित माध्यम तो हैं, किंतु इस बात पर लगातार  संशय था कि ये रचनाएं अन्य सभी लोगों के मन को छू सकेगी या नहीं, किंतु सोशल मीडिया विशेषकर फेसबुक पर मेरी रचनाओं को उत्साहवर्धक टिप्पणियां मिलीं तो मेरा हौसला स्वतः आसमान छूने लगा। साथ ही साथ कई वरिष्ठ और साहित्य जगत के सुधी और विद्वान साथियों ने इसे पुस्तक के रूप में प्रस्तुत किए जाने हेतु मुझे बार बार प्रेरित किया।इन सभी अन्तर्द्वन्द के परिणामस्वरूप मेरी इन रचनाओं को पुस्तक के रूप में लाने में काफी समय लग गया।

अब लगभग 35 वर्षों के उपरांत  अपनी इन  रचनाओं को पुस्तक के रूप में लाने का इस विश्वास के साथ साहस जुटा पा रहा हूं, कि आप लोग इसे स्नेह और अपने आशीर्वाद से अभिसिंचित करेंगे।

मै इस पुस्तक के प्रकाशन  का श्रेय सबसे पहले अपने माता पिता को देना चाहूंगा जिनके पोषण और आशीर्वाद से मैं इस योग्य हो सका कि इस  पुस्तक का सृजन और प्रकाशन करा सकूं।इसके अतिरिक्त अपने मित्र प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव एवं प्रदीप कुमार सिंह का भी आभारी हूं जिन्होंने मुझे हमेशा कुछ अच्छा कर पाने की सदैव प्रेरणा दी।मै अपनी पत्नी शशि दोनों बेटों दीपांकर एवं संयम तथा अपनी बहू तेजस्विनी को भी धन्यवाद देना चाहूंगा क्योंकि इनके सहयोग के बिना इस पुस्तक का सृजन एवं प्रकाशन संभव नहीं था।अंत में यंग माइंड पब्लिकेशन की टीम  और सचिन का  का भी आभार ज्ञापित करूंगा क्योंकि उनके परिश्रम से ही यह पुस्तक इस रूप में प्रस्तुत है।

योगेन्द्र कुमार पाठक

Description

यह गजल/ गीत संग्रह मेरे मन के विभिन्न आयामों की कविता,गीत और गजल के रूप में अभिव्यक्ति है।

राजकीय सेवाओं में प्रशासनिक और ग्राम्य विकास के एक उच्च अधिकारी के रूप में कार्य करते हुए मेरा संपूर्ण जीवन मानव मन के अध्ययन,परिस्थितियों एवं संवेदना के आंकलन बीता है।इसके अतिरिक्त प्रशासनिक सेवाओं में रोज रोज बढ़ रहे तनाव के प्रबंधन के तौर पर भी उन्हें देखा जा सकता है।

इन सभी अध्ययन को गजलों और गीतों के माध्यम से पुस्तक के रूप में संकलित करते हुए प्रस्तुत करने का यह एक प्रयास है ।मेरा यह संपूर्ण लेखन मानव मन के अध्ययन और तंत्र की अपनी विषमताओं को यथाशक्ति  परिभाषित करती है।

मैं योगेंद्र कुमार पाठक मूलतः आजमगढ़ उत्तरप्रदेश के सुदूरवर्ती ग्रामीणांचल में पला बढ़ा और पोषित हुआ हूं।मेरी प्रारंभिक शिक्षा मेरे अपने गांव के निकट वर्ती प्रारंभिक पाठशाला से प्रारंभ हुई, हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की शिक्षा भी निकटवर्ती ग्राम में स्थित ग्राम समाज इंटर कॉलेज ,जयनगर से संपन्न हुई।स्नातक और इंजीनियरिंग की शिक्षा आजमगढ़ से प्राप्त करने के उपरांत मैने आजमगढ़ से ही मध्यकालीन इतिहास में स्नातकोत्तर की डिग्री पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर से प्राप्त की। शिक्षा के उपरांत प्रारंभ में उत्तर रेलवे में रेल पथ निरीक्षक और उसके उपरांत उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद में इंजीनियर के रूप में तैनात रहा।इन सेवाओं में 9 वर्ष तक काम करने के बाद मेरा चयन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से प्रादेशिक विकास सेवा के लिए हुआ,जहां विभिन्न पदों पर काम करते हुए मै वर्ष 2024 में जिला विकास अधिकारी के पद से सेवा निवृत्त हुआ हूं।लेखन का शौक प्रारंभ से ही रहा है किंतु यह दूसरी पुस्तक है जो प्रकाशन हेतु प्रस्तुत हुई है।

 

 

 

 

 

Additional information

Weight 0.100 kg
Dimensions 14.8 × 21 × 14.8 cm

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “अनुभूति के शब्द”

Your email address will not be published. Required fields are marked *